• 2. मसीहियत में झूठे मसीही और पाखंडी लोग (यशायाह २८:१३-१४)

  • Dec 8 2022
  • Length: 1 hr and 19 mins
  • Podcast

2. मसीहियत में झूठे मसीही और पाखंडी लोग (यशायाह २८:१३-१४)

  • Summary

  • इन दिनों में बहुत से झूठे लेखक हैं, विशेषकर विकासशील देशों में। वे समाचार लेखक होने का दिखावा करते हैं, परंतु अक्सर वे पीड़ितो से जबरदस्ती धन वसूलते हैं, जो उन्होंने कुछ किया है उनका भंडाफोड़ करते हैं। झूठ शब्द का मतलब है कि कोई चीज का असली दिखाई देना, परंतु वह असली चीज नहीं होती। दूसरे शब्दों में, जो बाहर से कुछ और अंदर उसकी वास्तविकता कुछ और होती है।
    “पाखंडी” और “झूठ” शब्द ज्यादातर मसीही कलीसियाओं में प्रयोग होता है।

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